उनकी वाणी में बोलना – “विश्व बैंक समूह के वित्त” बहुभाषी हो गया है
हमारी दुनिया आँकड़ों की बढ़ती हुई मात्रा से भरी हुई है, परन्तु संभावित दर्शकों के लिए ये आँकड़े कम उपयोगी होते हैं जिसका सबसे स्वाभाभिक कारण है - आँकड़े उनकी भाषा ही नहीं बोलते हैं।