श्यामासीस दास पिछले डेढ़ साल से वर्ल्ड बैंक के कंसलटेंट हैं| वे भारत में इलेक्ट्रिक वाहने के इस्तेमाल को लेकर जुड़े कई पहलों को लागू करने में संस्था की मदद कर चुके हैं| वे ऊर्जा संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर पिछले 13 सालों से काम कर रहे हैं|
मौजूदा समय में उनका काम इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल और उसमें ऊर्जा का इस्तेमाल से संबंधित है| इससे पहले वे दुनिया के नामचीन कंसलटिंग फर्म्स और अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी एवं थिंक टैंक के साथ काम कर चुके हैं| इन्होंने अब तक 15 किताबें भी लिखी हैं, जिनमें भारत में सार्वजनिक तौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग व्यवस्था को लागू करने वाली पहली हैंडबुक भी शामिल है| इसे भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नीति ने ना केवल मान्यता दी बल्कि लागू भी किया है|
श्यामासीस को विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय फोरम पर इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया जाता रहा है| हाल ही में उन्हें, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के सेमिनार में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था| साफ़ एवं स्वच्छ ऊर्जा को लेकर मंत्री स्तर की नीतिगत रिपोर्ट में कांट्रीब्यूट करने वाले वे इकलौते भारतीय हैं|